Join Our WhatsApp Group 👉 Join Now
Join Our Telegram Channel 👉 Join Now

धान की किन किस्मों की कब करें रोपाई ? कैसे मिलेगी बेहतर पैदावार

By Ishwar Singh

Published on:

Follow Us
धान की किन किस्मों की कब करें रोपाई

आप सभी किसान साथियों का आज की इस पोस्ट में स्वागत है | आज हम आपको बताएँगे की धान की किन किस्मों की कब करें रोपाई ( Paddy Crop ) | देश के लगभग सभी राज्यों में धान रोपाई शुरू हो गई है | दोस्तों लेकिन कई राज्यों में किसानों ने अभी धान रोपाई नहीं की है | ऐसे में हम आपको बता दें कि धान की अलग-अलग किस्मों को अलग-अलग दिनों तक रोपा जाता है | आइए जानते हैं ( Paddy Crop ) धान की किन किस्मों की कब करें रोपाई ?

खेत में मल्चिंग क्या होती है क्या हैं मल्चिंग के फायदे

किसान साथियों देश के लगभग सभी राज्यों में मॉनसून ने दस्तक दे दी है | इसके साथ ही खरीफ फसलों की खेती की भी शुरुआत हो चुकी है | धान खरीफ सीजन की मुख्य फसल है | जुलाई की शुरुआत में कई राज्यों के किसान धान की रोपाई शुरू कर देते हैं | लेकिन क्या आप जानते हैं कि धान की किन किस्मों की कब रोपाई की जाती है. दरअसल, धान की रोपाई किस्मों के हिसाब से अलग-अलग डेट पर की जाती है | ऐसे में किसानों के लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि किन किस्मों की कब रोपाई करेंगे तो उससे बंपर पैदावार मिलेगी | तो आइए जानते हैं |

धान की किन किस्मों की कब करें रोपाई

धान की किन किस्मों की कब करें रोपाई ( Paddy Crop ) ?

किसान साथियों हम आपको बता दें की जब पौध 20-25 दिन पुरानी हो जाए और उसमें 4 से 5 पत्तियां निकल जाएँ तब ये धान रोपाई के लिए उपयुक्त है | यदि पौध की उम्र ज्यादा होगी तो रोपाई के बाद कल्ले कम फूटते हैं और उपज में बहुत कमी आती है | किसान साथियों ऐसे में मध्यम और देर से पकने वाली प्रजातियों की रोपाई जुलाई के प्रथम पखवाड़े तक पूरी कर लेनी चाहिए | वहीं, धान की जल्दी पकने वाली किस्मों की रोपाई जुलाई के दूसरे पखवाड़े तक करनी चाहिए | साथ ही सुगंधित किस्मों की रोपाई माह के अंत में शुरू करनी चाहिए |

कैसे करें धान की रोपाई ?

  • धान की खेती में बंपर पैदावार लेने के लिए हरी खाद या 10-12 टन प्रति हेक्टेयर के हिसाब से सड़ी गोबर का प्रयोग करना चाहिए |
  • इसके अलावा नर्सरी में लगाए गए पौध को उखाड़ने के पहले दिन क्यारियों की अच्छी तरह सिंचाई करके पौध रोपण वाले दिन सुबह ही नर्सरी से कमजोर, रोग मुक्त और अन्य किस्मों की पौध को अलग कर देना चाहिए |
  • उसके बाद पौधों को किसी मुलायम सामग्री से सुविधाजनक बंडलों में बांध लेना चाहिए |
  • पौधों को निकालते समय ध्यान रखें कि पौध की जड़ों को कम से कम नुकसान पहुंचे नहीं तो पौधों के बढ़वार और फुटाव पर गलत प्रभाव पड़ता है |
  • इसके अलावा रोपाई करने में पंक्ति से पंक्ति और पौधे से पौधे की दूरी 20-30×15 सेंमी की होनी चाहिए |
  • धान रोपाई 3 सेमी की गहराई पर करनी चाहिए | साथ ही एक जगह पर 2-3 पौधे ही लगाएं |

धान में किस खाद का इस्तेमाल करें ?

  1. धान की खेती में खाद का प्रयोग मिट्टी परीक्षण के आधार पर करना चाहिए |
  2. धान की बौनी प्रजातियों के लिए 100-120 किलो नाइट्रोजन, 60 किलो फास्फोरस, 60 किलो पोटाश और 25 किलो जिंक सल्फेट प्रति हेक्टेयर की दर से प्रयोग करना चाहिए |
  3. इसके अलावा बासमती किस्मों के लिए 80-100 किलो नाइट्रोजन, 50-60 किलो फास्फोरस, 40-50 किलो पोटाश और 20-25 किलो जिंक सल्फेट प्रति हेक्टेयर की दर से देना चाहिए |
  4. साथ ही सिंगल सुपर फॉस्फेट, म्यूरेट ऑफ पोटाश और जिंक की पूरी मात्रा आखिरी जुताई के समय देनी चाहिए |

पशुओं का हरा चारा नेपियर घास यहाँ उपलब्ध है

किसान साथियों ये थी धान की किन किस्मों की कब करें रोपाई ( Paddy Crop ) की जानकारी | उम्मीद करते हैं आपको आज की धान की रोपाई की जानकारी पसंद आयी होगी | अगर आपको आज की ये जानकारी पसंद आयी तो आप इस जानकारी को ज़्यादा से ज़्यादा किसान साथियों के साथ फेसबुक ग्रुप्स और व्हाट्सप्प ग्रुप्स के माध्यम से शेयर करें | क्योंकि इसी तरह की जानकारी आपको हर रोज़ हमारी इस वेबसाइट पर देखने को मिलती रहेगी |

Ishwar Singh

खेती-किसानी से जुड़े हर पहलू को समझने और समझाने का जज़्बा लिए, ईश्वर सिंह ने "किसान की आवाज़" प्लेटफॉर्म को जन्म दिया। यहां आपको कृषि, पशुपालन, किसानों की समस्याओं और समाधानों, साथ ही कृषि से जुड़ी ताज़ा खबरों का खज़ाना मिलेगा।

Leave a Comment