Business Idea : सर्दियों में किसान और पशुपालक अक्सर अपने मवेशियों को हरा चारा देने की समस्या का सामना करते हैं। यह समय ऐसा होता है जब हरे चारे की उपलब्धता कम हो जाती है, जिससे मवेशियों का स्वास्थ्य और दूध उत्पादन प्रभावित होता है। लेकिन अगर आप सही प्रकार की घास की खेती करते हैं, तो न केवल इस समस्या का समाधान हो सकता है, बल्कि आप इससे लाखों रुपये भी कमा सकते हैं। यहां हम आपको कुछ खास तरह की घासों के बारे में बता रहे हैं, जो सर्दियों में उगाई जा सकती हैं और मवेशियों के लिए लंबे समय तक चारे की कमी को पूरा कर सकती हैं।
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नेपियर घास : पशुओं के लिए उत्तम हरा चारा
नेपियर घास पशुपालकों के बीच बहुत लोकप्रिय है, खासकर उन किसानों के लिए जो मवेशियों के लिए चारे की समस्या से जूझते हैं। यह घास सर्दियों में उगाई जाती है और केवल 2 महीनों के अंदर कटाई के लिए तैयार हो जाती है। नेपियर घास में प्रोटीन और विटामिन की अच्छी मात्रा होती है, जो मवेशियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है और दूध उत्पादन में भी सुधार करती है।
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Business Idea : नेपियर घास की विशेषताएं
- प्रोटीन और विटामिन से भरपूर: मवेशियों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है और दूध की मात्रा में वृद्धि करता है।
- लंबे समय तक उपयोग: एक बार उगाने के बाद 4 से 5 वर्षों तक इसका चारा उपलब्ध रहता है।
- कम पानी की आवश्यकता: इसे बंजर और सूखे क्षेत्रों में भी उगाया जा सकता है, जिससे पानी की कमी की समस्या भी नहीं रहती।
- खेतों की मेड़ों पर भी उगाई जा सकती है: जिससे अतिरिक्त जमीन की भी जरूरत नहीं पड़ती।
ज्वार का चारा: दूध उत्पादन में बढ़ोतरी
ज्वार का चारा मवेशियों के लिए बहुत लाभकारी होता है, खासकर उन पशुओं के लिए जो दूध देते हैं। इसमें उच्च मात्रा में फाइबर होता है, जो मवेशियों के शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है। इसका नियमित सेवन मवेशियों के स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखता है और दूध उत्पादन को भी बढ़ाता है।
Business Idea : ज्वार चारे की विशेषताएं
- पानी की कमी को पूरा करता है: इससे मवेशियों के शरीर में पानी की कमी नहीं होती, जिससे उनकी सेहत अच्छी रहती है।
- फाइबर का उच्च स्रोत: मवेशियों को इसका चारा खिलाने से उनकी दूध उत्पादकता में वृद्धि होती है।
- ताजे रूप में खिलाएं: ज्वार के चारे को ताजा और हरे रूप में ही खिलाएं ताकि मवेशियों को अधिकतम पोषण मिले।
बरसीम घास: 21% तक प्रोटीन युक्त चारा
बरसीम घास मवेशियों के लिए सबसे पौष्टिक चारे में से एक है। इसकी उच्च प्रोटीन मात्रा मवेशियों के स्वास्थ्य और दूध उत्पादन में सुधार करती है। बरसीम घास की पाचनशीलता भी बहुत अच्छी होती है, जिससे इसे मवेशी बड़े चाव से खाते हैं और इसका सेवन उनके लिए फायदेमंद साबित होता है।
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Business Idea : बरसीम घास की विशेषताएं
- उच्च प्रोटीन: इसमें 20-21% तक प्रोटीन होता है, जो मवेशियों को स्वस्थ और ताकतवर बनाए रखता है।
- बेहतर पाचनशीलता: 75% पाचनशीलता के साथ यह मवेशियों के लिए एक उत्तम चारा है।
- बुवाई का समय: मध्य अक्टूबर के बाद बुवाई की जा सकती है और 40 दिनों के भीतर कटाई के लिए तैयार हो जाती है।