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गौ अमृत प्रोम कम खर्चे में ज्यादा पैदावार देने वाली खाद

By Ishwar Singh

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गौ अमृत प्रोम

नमस्कार किसान साथियों आज की इस पोस्ट में आप सभी का स्वागत है | आज हम बात करेंगे गौ अमृत प्रोम के बारे में एक ऐसी आर्गेनिक तरीके से तैयार की गयी आर्गेनिक खाद जो किसानों के लिए काफी ज़्यादा फायदेमंद है | दोस्तों आज हम आपके लिए एक बहुत की खास चीज़ लेकर के आये हैं | आप अपने खेत में DAP तो जरूर डालते होंगे लेकिन गौ अमृत प्रोम ये एक ऐसी आर्गेनिक खाद है जिसमे DAP से डेढ़ गुना ज़्यादा ताकतवर और 250₹ इसका रेट कम है | आर्गेनिक खाद बनाने की विधि भी आपको बताई जाएगी |

इस खाद की ये एक खास बात है ये आर्गेनिक खाद अपने खेत में डालते ही पानी के साथ मिलकर गल जाती है | हम जो DAP खेतों में डालते हैं वो काफी कठोर होती है और वो खेत में गलती भी नहीं है | लेकिन ये आर्गेनिक खाद खाद काफी नरम होती है और खेत में डालते ही गाल जाती है | इस आर्गेनिक खाद का इस्तेमाल करके आप अपने खेत में अच्छी इनकम और अच्छी पैदावार ले सकते हैं | अगर आप जहर मुक्त खेती करना चाहते हैं तो इस खाद का इस्तेमाल आपको ही जरूर करना चाहिए |

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हम न जाने पिछले कितने सालों से अपने खेत में रासायनिक पदार्थों को डालकर बीमार हो रहे हैं | केमीकल्स का इस्तेमाल करने से तरह तरह की बीमारियां पैदा हो रही है इसके साथ साथ हमारी भूमि की उपजाऊ शक्ति भी कम हो रही है लेकिन इस आर्गेनिक खाद का इस्तेमाल करके हम तरह तरह की बिमारियों से खुद भी बच सकते हैं और अपने परिवार को भी बचा सकतें हैं |

दोस्तों हमने इस आर्गेनिक खाद की फैक्ट्री के मालिक़ देवेंद्र मलिक जी से बात की की इस खाद को कैसे बनाया जाता है इस खाद को बनाने के लिए क्या इस्तेमाल किया जाता है | दोस्तों ये फैक्ट्री हिसार जिले के डोभी गांव में है | इनका हेड ऑफिस सूरत ( गुजरात ) में स्थित है | इनका मैन प्लांट गुजरात के अंदर ही है इसके अलावा एक प्लांट मथुरा में भी है | देवेंद्र जी ने सबसे पहले हमें ये बताया की इस आर्गेनिक खाद को बनाने की सोच कैसे उनके दिमाग में आयी | कैसे उन्होंने आर्गेनिक खाद बनाने की विधि ढूंढी |

गौ अमृत प्रोम

देवेंद्र जी का कहना है की हमारी गौ माता की सुरक्षित रखने की ओर ये हमारा एक कदम है | बगैर गौ माता के हमारी कोई भी माता सुरक्षित नहीं रह सकती उसका एक कारण है | जब हमने गाय को घर से बहार निकल दिया , उसको आवारा छोड़ दिया , उसको बेसहारा छोड़ दिया वो किसी भी किसान के खेत में घुसती है खेत में घुस के किसी का गन्ना खायेगी , किसी का चारा खायेगी और इस चीज़ से किसान दुखी हो जाता है अब किसान के मन कहता है की मैं गाय को मारु न लेकिन वो अपने खेत में हुए नुकसान को देखकर काई बार गाय की पिटाई भी कर देता है |

या गाय को भगा देता है | उसके बाद किसान अंदर से पछताता भी है | किसान अंदर से दुखी हो जाता है | तो गौ माता को कैसे सुरक्षित रखा जा सके , उनको कैसे एक जगह पर सुरक्षित रखा जा सके | तो देवेंद्र जी ने अपनी टीम के साथ मिलकर 30 – 35 गांव की गायों को इकट्ठा करके रखा | वहां उनके गोबर से कैसे आर्गेनिक DAP बनायीं जा सकती है उसके बारे में सोच विचार किया | खेत में जो केमिकल डाले जा रहे हैं उनसे कैसे ज़मीन को सुरक्षित रखा जा सकता है ताकि ज़मीन जहरीली न हो |

इसके बाद देवेंद्र मलिक जी की टीम ने गाय के गोबर से एक ऐसा प्रोडक्ट खोज निकला जिससे ज़मीन की उपजाऊ शक्ति भी बढ़ेगी , किसान की फसल की पैदावार भी अच्छी होगी और गौ माता भी सुरक्षित रहेगी | तो देवेंद्र जी की टीम ने इसका पेटेंट 2021 में ले लिया | उन्होंने गाय के गोबर को 60% लिया , 35% रॉक फॉस्फेट लिया और बाकी के 5% में उन्होंने कुछ इंग्रीडिएंट्स को शामिल किया जैसे की बेनेफिशियल मिक्रोप्स | इन सब चीज़ों से उन्होंने अपना एक दानेदार प्रोडक्ट बनाया |

जैसे ही गौशाला से गोबर आता है गोबर को बेड पर लगा दिया जाता है | बेड पर लगाने के बाद उसमे रॉक फॉस्फेट , डी कम्पोस्टिंग कल्चर , इंक्रीमेंट कल्चर और एरोटिलर से उसकी टर्निंग की जाती है | फिर ये 40 – 45 दिन में तैयार हो जाता है | उसके बाद इसका दाना बनाया जाता है | दाना भी कोल्ड प्रोसेस से बनाया जाता है इसके बाद इसकी लैब रिपोर्ट जाती है |

देवेंद्र जी ने अपने प्रोडक्ट को श्री राम लेबोरटरी में टेस्ट भी करवाया है | टेस्ट करवाने के बाद उस प्रोडक्ट को पैक किया जाता है इसके बाद ICR पूसा ने उसका चार क्रॉप्स के ऊपर रिसर्च ट्रायल लिया | आज के टाइम में फास्फेटिक फ़र्टिलाइज़र केमिकल DAP के रूप में दिया जा रहा है जबकि देवेंद्र जी के प्रोडक्ट में उसे गाय के गोबर द्वारा दिया जा रहा है | अब इन दोनों में फर्क क्या है |

रिसर्च में ये पाया गया की देवेंद्र जी का आर्गेनिक खाद इस तरीके से तैयार किया गया DAP है जो केमिकल वाली DAP से अच्छे रिजल्ट दे रहा है | ऐसी एक 68 पेज की रिपोर्ट बना के ICR पूसा ने देवेंद्र जी को दी | और उन्होंने लिख के दिया की ये आर्गेनिक खाद 100% केमिकल DAP का सुब्स्टीट्यट है | तो ये एक क्रन्तिकारी कार्य होगा आने वाली फसलों के लिए और जमीन की फिजिकल , केमिकल और बायोलॉजिकल प्रॉपर्टी को सुधारने के लिए |

देवेंद्र जी ने कहा की प्रोम मार्किट में आज के समय में प्रोम का नाम बदनाम किया जा रहा है | आर्गेनिक खाद के नाम पर लोगों को लूटा जा रहा है | ऐसे लोगों की आर्गेनिक खाद बनाने की विधि ही गलत है देवेंद्र जे ने कहा की आज मार्किट में जो प्रोम आये हुए हैं वो लगभग हॉट प्रोसेस से बने हुए हैं | हॉट प्रोसेस का मतलब है कोई भी आर्गेनिक मैटेरियल लिया उसमे रॉक फॉस्फेट लिया और 24 घंटे में बनाके उसको बहार बाजार में बेच दिया | असल बात तो ये है की प्रोम कभी भी 24 घंटे में तैयार नहीं होता बल्कि उसको तैयार होने के लिए 40 से 45 दिन का समय लगता है |

लेकिन देवेंद्र जी के प्लांट में इस आर्गेनिक खाद को कोल्ड प्रोसेस से तैयार किया जाता है और बनाने के लिए 45 से 50 दिन लग जाते हैं | देवेंद्र जी की आर्गेनिक खाद बनाने की विधि बहुत बढ़िया है और जितने भी बैक्टीरिया इसमें डाले जाते हैं उनको टेम्परेचर नहीं जाता इससे का फायदा ये है जितने भी बेनेफिशियल मिक्रोप्स बैक्टीरिया इसमें डेल जाते हैं उनकी संख्या वैसी की वैसी ही इसमें रहती है और मार्किट का जो प्रोम हैं उसमे तापमान 400 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है इससे नुट्रिशन वैल्यू भी डैमेज होती है और बैक्टीरिया भी डैमेज होते हैं |

देवेंद्र जी अपने प्लांट में इसे कोल्ड प्रोसेस से बनाते हैं और इनके प्लांट में कोई भी बायलर नहीं है और इसी कारण वे कार्बन डाइऑक्साइड , कार्बन मोनोऑक्सइड जैसी गैसों को छोड़ के प्रदूषण भी नहीं फैला रहे | सबसे खास बात ये है इस आर्गेनिक खाद का दाना पहले पानी पर ही गल जाता है जबकि केमिकल DAP का दाना 6-6 महीने ऐसे ही पड़ा रहता है | थोड़ा सा दबाने पर ही इसका दाना चुरा चुरा हो जाता है |

इनकी गौशाला में 15000 गाय हैं और ये हरियाणा की सबसे बड़ी गौशाला है | खास बात ये है इस आर्गेनिक खाद को बनाने के लिए देसी गाय के गोबर को ही इस्तेमाल किया जाता है | इस गौशाला में आपको देशी गाय अलग देखने को मिलेगी और अमेरिकन गाय अलग देखने को मिलेगी |

इस खाद की ज्यादा जानकारी के लिए निचे दिए गए बटन पर क्लिक करें :-

गौ अमृत प्रोम की कितनी मात्रा खेत में डालें :-

दोस्तों अब बात करते हैं की आप गौ अमृत प्रोम की कितनी मात्रा अपने खेत में डाल सकते हैं | मान लीजिये अगर आप सरसों में DAP का एक कट्टा डाल रहे हैं गौ अमृत प्रोम का भी आपको एक ही कट्टा डालना है लेकिन DAP का एक कट्टा 1350₹ का मिलता है जबकि गौ अमृत प्रोम का एक कट्टा 1100₹ में आपको मिलेगा और DAP ये गौ अमृत प्रोम डेढ़ गुना ज़्यादा ताकतवर है |

गौ अमृत प्रोम

आप भी एक बार गौ अमृत प्रोम को जरूर अपना कर देखें इसके आपको बहुत की अच्छे रिजल्ट देखने को मिलेंगे | दोस्तों आज हमने आपको इस आर्गेनिक खाद की जानकारी दी और आर्गेनिक खाद बनाने की विधि के बारे में भी बताया | इसी तरह की जानकारी हम हमारी वेबसाइट पर अपलोड करते रहते हैं | दोस्तों अगर आप भी गौ अमृत प्रोम को खरीदना चाहते हैं तो आप 7575048997 इस नंबर पर कॉल करके इसको मंगवा सकते हैं |

Ishwar Singh

खेती-किसानी से जुड़े हर पहलू को समझने और समझाने का जज़्बा लिए, ईश्वर सिंह ने "किसान की आवाज़" प्लेटफॉर्म को जन्म दिया। यहां आपको कृषि, पशुपालन, किसानों की समस्याओं और समाधानों, साथ ही कृषि से जुड़ी ताज़ा खबरों का खज़ाना मिलेगा।

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